अंतरिक्ष-पत्तन
चेन्नई से 80 किलोमीटर दूर देश के पूर्वी तट पर स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा, जिसे सामान्यत: ‘शार’ के नाम से जाना जाता है, भारत का अंतरिक्ष-पत्तन है | वृहद भारतीय तट रेखा से घिरे उत्तरी अक्षांश पर विषुवत्-रेखा से ठीक ऊपर ‘शार’ स्थित है, जो इसे विश्व के अत्यंत आदर्श प्रमोचन-स्थल के रूप में चिह्नित करता है | इस केंद्र में 2 प्रमोचन परिसर हैं-प्रथम प्रमोचन मंच (एफएलपी) एवं द्वितीय प्रमोचन मंच (एसएलपी) | दोनों में, अत्याधुनिक संयोजन और स्वच्छता कक्ष सुविधाएँ मौज़ूद हैं | आर एच-125 परिज्ञापी रॉकेट के प्रमोचन से सन् 1971 में शार की मामूली शुरुआत हुई थी और तबसे केंद्र ने एक लम्बा सफ़र तय किया है | वर्तमान में यहाँ ठोस मोटर उत्पादन एवं परीक्षण सुविधाएँ, जो विश्व में सबसे बड़ी सुविधाओं में एक है, नोदक-भराई तथा मरम्मत-कार्य सुविधाएँ और ग्राहकों को भरोसेमंद प्रमोचन सेवाएँ देने के लिए अत्याधुनिक परास प्रचालन हैं | इस द्वीप में, कर्मचारियों के लिए आवासीय सुविधाओं के साथ-साथ प्रमोचन-कार्य के सिलसिले में आने वाले ग्राहकों के लिए पूरी तरह से कार्यरत अतिथिशाला भी है |