सुदूर संवेदी आँकड़ा एवं सेवाएँ
वर्ष 1988 में, आइआरएस 1ए, प्रथम प्रचालनीय भारतीय सुदूर संवेदी (आइआरएस) उपग्रह के प्रमोचन एवं स्थापन के बाद भारत में प्रचालनीय सुदूर संवेदी सेवा की शुरुआत हुई | तब तक, भारतवर्ष द्वारा देश में, राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एनएनआरएमएस) नामक एक संस्थागत रचनातंत्र की स्थापना की गई जिससे इन उपग्रहों से प्राप्त आँकड़ों को कार्योपयोगी बनाने के लिए देश को प्रेरित किया जाए | तब से, भारतवर्ष द्वारा कई आइआरएस उपग्रह को साकार रूप प्रदान किया गया | फिलहाल, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा उपग्रहों की 4 श्रृंखलाएँ यथा-रिसोर्ससैट,रिसैट, कार्टोसैट, ओशनसैट प्रचालित की जाती हैं | इन्सैट 3 डी/3 डीआर उपग्रहों द्वारा मौसम विभाग को सेवाएँ प्रदान की जाती हैं |
एन्ट्रिक्स, इसरो का वाणिज्यिक अंग, इन उपग्रहों से उद्भूत होने वाले उत्पादों एवं सेवाओं का अंतर्राष्ट्रीय प्रयोक्ताओं के साथ विपणन करती है| एन्ट्रिक्स, अंतर्राष्ट्रीय प्रयोक्ताओं को या तो सीधे तौर पर या पुन: विक्रेताओं के ज़रिए आइआरएस आँकड़ा प्रदान करती रही है | एन्ट्रिक्स, प्रयोक्ताओं को, प्रयोक्ता भू-स्टेशन पर सीधे तौर पर आँकड़ा डाउनलिंक करने की सुविधा प्रदान करती है | सुदूर संवेदी क्षेत्र में 30 वर्षों के अनुप्रयोग के साथ, इसरो ने प्रयोक्ताओं को विभिन्न क्षेत्रों में परामर्शिता सेवाएँ प्रदान करने के लिए सुविज्ञता हासिल की है और एन्ट्रिक्स इन प्रयोक्ताओं को बड़ी ही कुशलता से सुविज्ञता परामर्शिता सेवाएँ प्रदान कर सकी है |